Wednesday, 8 June 2016

हां दरोगा जी, 100 नंबर हमारे बाप का है!

यहां पुलिस की इज्जत बिरलै  ही कोई करता है. आम आदमी तो सिर्फ डरता है. एक कॉन्सटेबल दिखे तो देहात में सब पिछली कोठरी खोजने लगते हैं. दरोगा की जीप आ जाए तो गांवों में मैयत पसर जाती है. इसकी वजह क्या है वो इस वीडियो में दिख जाएगी. यूपी पुलिस के दारोगा जी पूरे फॉर्म में नजर आ रहे हैं. एक दलित महिला के लिए उनके मुंह से गंदी गालियों के फूल झड़ रहे हैं. 2 मिनट में 70 गालियों का रिकॉर्ड बनाया है दारोगा ने. पहले ये वीडियो देख लो. जिसमें हम गालियों में बीप नहीं लगा रहे हैं. क्योंकि भद्दी गालियां सुनकर जो गुस्सा आता है वो इसे देखने वाले हर दिमाग में आना चाहिए. सोसाइटी की नंगी सच्चाई खुली आंखों से देखना जरूरी है.
अब पूरा मामला डिटेल में जान लो. फैजाबाद जिले के थाना दर्शननगर के थानेदार ओंकार यादव हैं. जिन महिलाओं को वो गरिया रहे हैं उनका नाम है तारावती और कुसुम देवी. तारावती का जमीन का झगड़ा चल रहा है कोयला देवीसे. मामले को कायदे से जांचने के लिए हमने फैजाबाद की सामाजिक कार्यकर्ता शिल्पी चौधरी से बात की. उन्होंने बताया कि तारावती गरीब दलित महिला हैं. अपने तीन नातियों के साथ वो उस जगह पर रहती हैं जहां कोयला देवी ने कब्जा किया है.
मामले में मोड़ तब आया जब आंगनबाड़ी कार्यकर्ता कुसुम गोंड तारावती की तरफ से आ गई. ये वीडियो तब का है जब दरोगा जी अपने अमले के साथ मामले की तफ्तीश को आए हुए थे. वो कोयला देवी के आगे तारावती की तरफ कान ही नहीं दे रहे थे. पुलिस फोर्स वहीं थी और कुसुम ने 100 नंबर पर फोन कर दिया. ये नंबर भी पुलिस हेल्पलाइन का है. तो वहां से कॉल आई दारोगा ओंकार यादव को. वो फायर हो गए. एकदम आपे से बाहर. और जो गंदी गंदी गालियां दी कि कान के कीड़े झड़ जाएं. कहा कि “100 नंबर क्या तुम्हारे बाप का है. अब ये जमीन तुझे नहीं मिलने वाली.”
तारावती जब अपनी शिकायत लेकर थाने गई थी तो उसको हड़काकर भगा दिया था. दूसरे दिन संडे था. उस दिन कोयला देवी ने उस जमीन पर डेढ़ फिट ऊंची दीवार खड़ी कर ली. दारोगा जी आए. फोटोशूट किया और निकल गए. इसके आगे संडे को कोई काम हो नहीं सकता था. अब इस मामले में एक ब्रांच और निकल गई है. एक तो जमीन वाली. दूसरा दारोगा जी की ‘बहादुरी’ की. SSP को शिकायत लिखकर भेज दी गई है.




ऐसा तो हो नहीं सकता कि कोई भी डिपार्टमेंट गंदा हो. लेकिन कुछ गंदे लोग उसे जरूर दागदार करते हैं. कुछ दिन पहले मथुरा में दो पुलिस अफसरों के लिए सबकी आंखों में आंसू थे. इस दारोगा को देखने से वो आंसू वापस आंख में चले गए. CM अखिलेश यादव इस मामले में क्या एक्शन लेते हैं, ये देखना है. ऐसा न हो कि पुलिस की तरह फैसला भी देर से पहुंचने के लिए बदनाम हो जाए.

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