Thursday, 9 June 2016

'मोदी नहीं तो क्या इटैलियन PM की चमचागिरी करूं?'

अंदर का ज़हर चूम लिया सब धुल के आ गए
जितने शरीफ लोग थे, सब खुल के आ गए
”न माफी मांगेंगे, न इस्तीफा देंगे. हम पहलाज निहलानी हैं. हम नरेंद्र मोदी के चमचे हैं.”
ओपिनियन पीस ना लिख रहे भाई. खबर बता रहे हैं. सेंसर बोर्ड चीफ हैं ना पहलाज निहलानी, जिन्होंने ‘उड़ता पंजाब’ की फाइल दाब रखी है. वो खुल के पॉलिटक्स के मैदान में आ गए हैं. कह दिया है कि हां मैं मोदी का चमचा हूं, अब बोलो.
पहलाज निहलानी सेंसर बोर्ड पर पॉलिटिकल दबाव के सवाल का जवाब दे रहे थे. बोले, केंद्र सरकार कभी सेंसर बोर्ड के काम में दखल नहीं देती.
लगे हाथ उन्होंने कहा, ‘हां जैसा अनुराग कश्यप ने कहा, मैं नरेंद्र मोदी का चमचा हूं. मुझे मोदी का चमचा होने पर गर्व है. उनका नहीं तो क्या मुझे इटैलियन प्राइम मिनिस्टर का चमचा होना चाहिए?’
शाहिद कपूर और आलिया भट्ट की फिल्म ‘उड़ता पंजाब’ की रिलीज सेंसर बोर्ड ने रोक रखी है. फिल्म से पंजाब और पंजाब चुनाव से जुड़े सारे रेफरेंस हटाने को कहा गया है. कुल मिलाकर 89 कट बताए हैं सेंसर बोर्ड ने, जिनमें यह भी है कि कुत्ते का नाम ‘जैकी चैन’ से बदलकर कुछ और रखा जाए.

कटिया फंसी कहां है?

पंजाब में अगले साल चुनाव होने हैं और नशाखोरी वहां बड़ा मुद्दा बना हुआ है. पहली बार वहां इलेक्शन लड़ रही आम आदमी पार्टी ने इसे जोर-शोर से उठाया है और बादल सरकार के खिलाफ माहौल बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है. बल्कि कुमार विश्वास की आवाज़ में एक गाना रिलीज किया गया है, जिसमें बादलों पर नाम लेकर इलज़ाम लगाए गए हैं.
दिक्कत यह है कि फिल्म रिलीज हुई तो चुनाव से पहले अकाली दल-बीजेपी गठबंधन को नुकसान हो सकता है. फिल्म अनुराग कश्यप के बैनर तले बनी है. उनका कहना है कि इसी वजह से फिल्म की रिलीज में रोड़े अटकाए जा रहे हैं.
अनुराग ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करके पहलाज निहलानी पर तीखा हमला किया. कहा कि निहलानी सेंसर बोर्ड को अपनी जागीर की तरह चला रहे हैं, जैसे यह उनका ‘नॉर्थ कोरिया’ हो. निहलानी जवाब देने आए तो पलटवार किया. बोले कि अनुराग कश्यप की इस फिल्म को आम आदमी पार्टी ने फाइनैंस किया है. इससे अनुराग के समर्थन में खड़े फिल्ममेकर्स फायर हो गए. उन्होंने इस आरोप को ‘शर्मनाक’ और ‘फिल्म इंडस्ट्री का अपमान’ बताया और पहलाज निहलानी से माफी और इस्तीफे की मांग करने लगे.
इसी पर रिएक्ट कर रहे थे निहलानी. पहले कहा कि किसी बात के लिए माफी नहीं मांगूंगा और फिर भावुक होकर खुद ‘मोदी के चमचे’ के तौर पर स्वीकार किया.
अपने चमचे के साथ नरेंद्र भाई मोदी.
वैसे आम आदमी पार्टी जानती है कि फिल्म रिलीज हुई तो उन्हें फायदा हो सकता है. इसलिए उसने ‘उड़ता पंजाब’ टीम को सपोर्ट किया है. अरविंद केजरीवाल ने अनुराग को रिट्वीट करके सपोर्ट जाहिर किया था. लेकिन अनुराग ने फिर ट्वीट करके कहा कि सारी पार्टियां इससे दूर रहें, ये मेरी लड़ाई है. आप अपनी लड़ो, मैं अपनी लड़ूंगा.
लेकिन निहलानी साहब की ‘मोदी चमचई’ नई नहीं हैं. 2014 लोकसभा चुनावों से पहले, जब मोदी प्रधानमंत्री नहीं थे, उन्होंने एक म्यूजिक वीडियो बनाया था, ‘हर घर मोदी.’
मोदी के प्रधानमंत्री बनने 7 महीने बाद 19 जनवरी 2015 को पहलाज सेंसर बोर्ड चीफ बना दिए गए. इसी साल नवंबर में उन्होंने नरेंद्र मोदी के गुणगान का एक और वीडियो निकाला. ‘मेरा देश है महान.’

पहलाज निहलानी के सामान्य विचार

पहलाज निहलानी बीजेपी सपोर्टर हैं और अच्छी बात है कि इसे छिपाते नहीं हैं. खुलकर नरेंद्र मोदी को ‘हीरो’ कहते हैं. ऑनलाइन और टीवी पर न्यूडिटी परोसे जाने पर चिंता जता चुके हैं. यहां लगे हाथ उनकी एक फिल्म का वीडियो संलग्न है.
पहलाज निहलानी इस पर भी चिंता जता चुके हैं कि पॉर्नस्टार से एक्ट्रेस बनीं सनी लियोन की फिल्में देखकर लोग उनकी वेबसाइट देखने के लिए उत्सुक हो सकते हैं. उनका यकीनी तौर पर मानना है कि फिल्मों में गालियां नहीं होनी चाहिए और ‘ओमकारा’ और ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’ जैसी फिल्में अप्रूव ही नहीं होनी चाहिए थी. उनके शब्दों में, ‘नॉर्मल और सभ्य लोग गालियां नहीं देते, जैसे फिल्मों में दिखाई जाती हैं.’ आमिर खान की फिल्म ‘पीके’ से नाराज थे.
वैसे पहलाज निहलानी खुद फिल्ममेकर रहे हैं. उनकी फिल्मों में क्या होता था, वो आप नीचे वाले लिंक पर पढ़ सकते हैं.

निहलानी जी, टाइम मशीन में बैठ कर अपनी फिल्में सेंसर कर आइए

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